नई दिल्ली: सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी की जोड़ी ने भारतीय सिनेमा को कई हिट फिल्में दी हैं। उनके फैंस को उनकी जोड़ी को देखने का बहुत शौक है, और इस बात की पुष्टि एक विशेष फिल्म ने की है। साल 2003 में रिलीज़ हुई फिल्म “बागबां” ने बॉक्स ऑफिस पर न केवल सफलता का झंडा गाड़ा, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी एक विशेष स्थान बना लिया।
जब “बागबां” रिलीज़ हुई, तो अमिताभ बच्चन की उम्र 61 साल और हेमा मालिनी की उम्र 55 साल थी। इस उम्र में भी दोनों ने अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया और साबित किया कि उम्र केवल एक संख्या है। फिल्म की कहानी एक बुजुर्ग कपल की है जो अपने बेटों से उम्मीद करते हैं कि वे उन्हें अपने साथ रखेंगे। लेकिन जब बेटों की व्यस्तताओं और व्यक्तिगत जीवन के चलते वे अपने माता-पिता को अलग-अलग घरों में रख देते हैं, तो यह कपल एक साथ लौटने का फैसला करता है।
फिल्म की कहानी एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को छूती है – बुजुर्ग माता-पिता का अपने बच्चों से उम्मीद रखना और उनके साथ समय बिताने की चाहत। फिल्म में इस विषय को इतनी संवेदनशीलता और भावनात्मक गहराई से प्रस्तुत किया गया कि यह दर्शकों के दिलों को छू गई। फिल्म की कहानी और पात्रों की जटिलताओं ने दर्शकों को भावुक कर दिया और उन्हें अपने परिवार के रिश्तों पर विचार करने पर मजबूर कर दिया।
“बागबां” में सलमान खान भी एक महत्वपूर्ण भूमिका में थे, और उनकी उपस्थिति ने फिल्म को एक अतिरिक्त स्टार पॉवर दी। हालांकि, अमिताभ और हेमा की जोड़ी ने अपनी शानदार एक्टिंग से पूरी लाइमलाइट बटोर ली। उनके बीच की केमिस्ट्री और गहरी समझ ने फिल्म को और भी प्रभावशाली बना दिया। अमिताभ और हेमा ने अपने पात्रों को इतनी ईमानदारी और सजीवता से निभाया कि दर्शक उनके साथ पूरी तरह जुड़ गए।
फिल्म की निर्माण लागत 10 करोड़ रुपये थी, लेकिन इसके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन्स ने सभी अपेक्षाओं को पार कर दिया। “बागबां” ने कुल 43 करोड़ रुपये की शानदार कमाई की, जो एक बड़ी सफलता थी। यह फिल्म न केवल व्यावसायिक दृष्टि से सफल रही, बल्कि इसकी कहानी और अभिनय ने आलोचकों और दर्शकों दोनों से प्रशंसा प्राप्त की।
“बागबां” ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश भी दिया – परिवार के रिश्ते की महत्ता और बुजुर्गों के प्रति सम्मान और प्यार का महत्व। फिल्म ने यह सिखाया कि चाहे कितनी भी व्यस्तता हो, अपने माता-पिता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाना बहुत जरूरी है।
आज 21 साल बाद भी “बागबां” की यादें ताजा हैं और यह फिल्म भारतीय सिनेमा की एक अनमोल धरोहर के रूप में जानी जाती है। अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी की जोड़ी ने इस फिल्म के माध्यम से साबित किया कि वास्तविक अभिनय और भावनात्मक गहराई समय की सीमा से परे होती है।